Thursday, December 16, 2010

वह कसम तेरी बड़ी महसूस होती है

वह कसम तेरी बड़ी महसूस होती है

अधूरी सी ज़िन्दगी महसूस होती है
मुझे तेरी कमी महसूस होती है
ये पलकें शबनमी सी क्यों हुई है आज !!!
इन आँखों में एक नमी सी महसूस होती है
उसके होंटों पर मेरा नाम कांपता सा रह गया
जुदाई में एक तड़प सी महसूस होती है
हमेशा साथ रहने की कसम खाई थी !!!
वह कसम तेरी बड़ी महसूस होती है |

ब्रजेन्द्र यादव :---

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