Monday, February 7, 2011

अभी मेरे चाहने वालो में कुछ नाम बाकी है,

चले गए मुसाफिर मंजिलो की और,
पर आज भी उनके कदमो के निसान बाकी है
अभी मत कहो की हम प्यार के काबिल है,
मोहब्बत में कुछ और इलज़ाम बाकी है
सजने दो महफ़िल को कुछ और देर यारो,
अभी उनके नाम कुछ और जाम बाकी है
क्यों आते हो चहरे बदल - बदल कर,
अभी इस दिल में आपकी कुछ पहचान बाकी है
केसे लिखना छोड़ दू दिल की बाते " ऐ बेवफा "
अभी मेरे चाहने वालो में कुछ नाम बाकी है,

दिल से :- ๑۩๑ब्रजेन्द्๑۩๑

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