(¨`•दिल की लहरें .•´¨)
Monday, December 17, 2012
"दिल गुमसुम, जुबां खामोश, ये आँख आज नाम क्यूँ है., जब तुझे कभी पाया ही नही था तो तुझे खोने का गम क्यूँ है.."
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